पौष मास की अमावस्या तिथि 22 दिसंबर की शाम 7.13 मिनट से शुरू होकर 23 दिसंबर की दोपहर 3.46 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार पौष अमावस्या 23 दिसंबर, शुक्रवार को मनाई जाएगी।
पौष अमावस्या के दिन वृद्धि योग बन रहा है, जो देवी लक्ष्मी को प्रसन्न के लिए विशेष है। जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष है। वे पवित्र नदी में स्नान और पिंडदान करें।
सरकारी क्षेत्र से जुड़े जातकों की उन्नति के योग बनेंगे। धन लाभ होगा। नए विचार दिमाग में आएंगे।
ऊर्जावान महसूस करेंगे। चारों तरफ सकारात्मक माहौल रहेगा। अटके हुआ काम बिना मेहनत के निपट जाएगा।
व्यापार के लिए दिन अच्छा साबित होगा। रुका हुआ पैसा वापस मिलेगा। शुभ समाचार की प्राप्ति होगी।
बेरोजगारों को नौकरी मिलने के योग है। छात्रों के लिए दिन शानदार रहेगा। हाथ आए अवसर को बेकार न जाने दें।