पितरों का स्थान भी भगवान के समान माना जाता है। इस साल पितृ पक्ष की शुरुआत 17 सितंबर से होने वाली है और इसका समापन 2 अक्टूबर को होगा।
यदि आप पितृदोष से पीड़ित हैं तो आप कुछ संकेतों से इस बात को जान सकते हैं और कुछ विशेष उपायों से उन्हें मना भी सकते हैं। आइए इसके बारे में जानते हैं।
पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, जब किसी व्यक्ति पर पितृदोष लग जाता है तो उसका वंश नहीं बढ़ता है। इसमें कई बाधाएं आने लगती हैं।
घर में पीपल वृक्ष का उगना पितृदोष का एक बड़ा पहचान होता है। कभी कभी घर की दरारों, छत पर पड़े टूटे गमलों में यह पेड़ उगने लगता है। इससे नेगेटिव एनर्जी आती है।
हरेक घर में किसी न किसी रूप में दुर्घटना होती रहती है। लेकिन जब जल्दी जल्दी यह होने लगे और बड़ा हो, यह पितृदोष का लक्षण माना जाता है।
हर इंसान बड़ा आदमी बनने के लिए मेहनत करता है। लेकिन जब कड़ी मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिल रही हो, तो यह पितृदोष का असर हो सकता है।
जब किसी व्यक्ति के घर में कोई मांगलिक कार्य होने से पहले बड़ी घटना हो जाए या रुकावट आए, तो यह पितृदोष का एक बहुत बड़ा कारण माना जाता है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।