ज्योतिष के मुताबिक, पितृपक्ष 16 दिनों तक चलते हैं। इस बार पितृपक्ष 29 सितंबर से 14 अक्टूबर 2023 तक रहेगा। इस दौरान श्राद्ध भी किया जाता है।
धार्मिक मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान पूर्वज किसी न किसी रूप में आकर भोजन ग्रहण करते हैं। इस वजह से पूर्वजों के श्राद्ध के दिन स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं।
आज बात कर रहे हैं कि पितृपक्ष के दौरान क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो पितृ आपसे नाराज भी हो सकते हैं।
ज्योतिष में उल्लेख है कि पितृपक्ष में कुछ विशेष सब्जियों को खाने की मनाही होती है। दरअसल, इन फूड्स को सात्विक आहार नहीं माना जाता है।
पितृपक्ष में लहसुन, प्याज, शराब, मांसाहार और तामसिक भोजन नहीं खाना चाहिए। मान्यता है कि इस तरह का भोजन खाने से श्राद्ध के कार्य में बाधा पैदा हो सकती है।
पितृपक्ष के 16 दिनों के दौरान जमीन के अंदर होने वाली सब्जियों को खाने की भी मनाही होती है। उदाहरण के तौर पर समझें तो इसमें आलू जैसी सब्जियां शामिल है।
ऐसा कहा जाता है कि आलू, अरबी, मूली, लहसुन और प्याज जैसी सब्जियों से तैयार खाने को पितरों को नहीं चढ़ाया जाता है। इसके अलावा, इन चीजों से तैयार खाना ब्राह्मण को भी न खिलाएं।
पितृपक्ष में चने और मसूर की दाल का सेवन करने की भी मनाही होती है। इन दालों को किसी भी रूप में खाने से बचना ही सही होता है।