पितृ दोष से मुक्ति के लिए उपाय करना बेहद जरूरी होता है। आइए जानते है पितृदोष की पहचान कैसे करें और उससे कैसे मुक्ति पाएं?
पितृदोष को दूर करने के लिए पितृपक्ष में पूर्वजों के लिए पूरे विधि विधान से तर्पण और श्राद्ध करना चाहिए। ऐसा करने से पितरों की कृपा बरसती है।
पितृ दोष को पहचान करने के कई सारे तरीके होते है। अगर बहुत जतन के बाद भी आपका बाढ़ विकास नहीं हो रहा है या संतान की उत्पत्ति नहीं हो रही है तो यह पितृ दोष का संकेत हो सकता है।
पितृ दोष होने पर मानसिक तनाव बढ़ता है, घर में क्लेश रहता है और परिवार में एकता नहीं रहती है। घर में यह चीजें होने का मतलब हैं कि पितृ आपसे नाराज चल रहे है।
पितृ दोष होने पर पितृपक्ष में पितरों की शांति के लिए तर्पण और श्राद्ध कराने के साथ-साथ गरीब ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए। साथ ही आप उन्हें दान-पुण्य भी कर सकते है।
दान-पुण्य और भोजन कराने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है। ऐसा करना से पितृदोष से छुटकारा मिलता है और पितृ भी खुश होते है।
अगर पितृ आपसे नाराज है तो पितृ दोष लग सकता है। ऐसे में दोपहर में पीपल के वृक्ष की पूजा करनी चाहिए। हाथ में गंगाजल मिलाकर दूर्वा, अक्षत और काला तिल अर्पित करना चाहिए।
दक्षिण दिशा की ओर प्रतिदिन शाम को तेल का दीपक जलाना चाहिए। इस उपाय को करने से पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है।