Pradosh Vrat: प्रदोष काल में शिव पूजन का है विशेष महत्व, दूर होते हैं दोष-कष्ट


By Ravindra Soni21, Dec 2022 07:05 AMnaidunia.com

तमाम दोषों का नाश

प्रदोष व्रत को जीवन के तमाम दोषों का नाश करने वाला व्रत माना जाता है। जिस पर भोलेनाथ की कृपा हो जाए, उसका बेड़ा पार हो जाता है।

आरोग्य की प्राप्ति

पंडितों के अनुसार जो व्यक्ति इस दिन भोलेनाथ का अभिषेक करता है, उसे आरोग्य की प्राप्ति होती है और उसके कष्ट दूर होते हैं।

संतान सुख मिलता है

प्रदोष व्रत करने से साधक को संतान सुख की प्राप्ति होती है। इस व्रत को करने से संतान पक्ष को भी लाभ होता है।

दुग्धाभिषेक करें

प्रदोष व्रत में महादेव का दुग्धधारा से अभिषेक करने पर बुद्धि-विवेक में वृद्धि होती है। प्रदोष काल में गाय के कच्चे दूध से भोलेनाथ के रुद्राभिषेक का विशेष महत्व माना गया है।

चढ़ाएं सफेद आक का फूल

भगवान शिव को बेलपत्र-धतूरा अर्पित करने के साथ सफेद आक का फूल भी चढ़ाएं। प्रदोष व्रत में इस फूल से शिवजी की पूजा करने से तमाम कष्ट दूर होते हैं और व्यक्ति का बुरा वक्त भी खत्म होने लगता है।

घृत-दही से अभिषेक

मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ का दही से रुद्राभिषेक करने से दांपत्य जीवन सुखमय होता है। शुद्ध देसी घी से शिवलिंग का अभिषेक करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है।

Christmas: सनोबर का पेड़ ही है क्रिसमस ट्री, घर में लगाने से मिटेगा वास्‍तु दोष