हिंदू धर्म में पूर्वजों का काफी महत्व माना गया है। पितृ दोष की वजह से जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
अगर कुंडली में पितृ दोष होता है तो जातक की शादी में बाधा भी आ सकती है। ज्योतिष के मुताबिक, ऐसे लोगों का विवाह देरी से होता है।
धार्मिक मान्यता है कि पितृ दोष की वजह से तरक्की में रुकावट पैदा होती है। व्यक्ति पूरी मेहनत करने के बाद भी सफलता हासिल नहीं कर पाता है।
पितृ दोष की वजह से वंश वृद्धि भी रुक जाती है। ऐसा माना जाता है कि पितृ दोष की वजह से संतान प्राप्ति में बाधा भी आती है।
पितृ दोष की वजह से ही घर के सदस्यों के बीच किसी ना किसी बात पर झगड़ा हो जाता है। अगर आपके घर में बार-बार ऐसा होता है तो समझ लें कि यह पितृ दोष का संकेत है।
पितरों की नाराजगी की वजह से आपको रोजगार में बाधा का सामना भी करना पड़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि पितृ दोष को समय रहते दूर कर लिया जाएं।
पितृ दोष से निजात पाने के लिए पीपल के पेड़ में जल चढ़ाना फायदेमंद होता है। आप रोजाना भी पीपल के पेड़ में जल अर्पित कर सकते हैं।
पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए दान-पुण्य करना जरूरी है। गरीबों को दान करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। अमावस्या और पितृ पक्ष में पिंडदान करने का भी विशेष महत्व होता है।