देवगुरु बृहस्पति को धन और सौभाग्य का कारक ग्रह माना गया है। कुंडली में गुरु के शुभ होने पर वैवाहिक जीवन सुखी रहता है।
22 अप्रैल को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया है। इस गोचर से मेष में राहु और गुरु की युति बन गई है।
36 साल बाद मेष राशि में राहु और गुरु की युति का संयोग बना है। जिसका असर सभी राशिवालों पर होगा।
मेष राशि के जातकों को तगड़ा लाभ देगी। सेहत में सुधार होगा। विवाह के मामलों में शुभ समाचार मिल सकता है।
गुरु राहु की युति विवाह के योग बनाएगी। धन लाभ होगा। आर्थिक स्थिति सुधरेगी। पुरानी परेशानियां सुलझेंगी।
करियर में बड़ा बदलाव होगा। इंक्रीमेंट मिल सकता है। सारे काम समय से पूरे होंगे। नई जिम्मेदारी निभाने में सक्षम होंगे।
राहु-गुरु की युति जीवन की समस्याओं से निजात दिलाएगी। सिंगल जातकों को पार्टनर मिल सकता है।
गुरु और राहु की युति से सेहत में सुधार होगा। आर्थिक समस्याएं दूर होंगी। शारीरिक और मानसिक ऊर्जा बनी रहेगी।