राहु और केतु दोनों ग्रह जब भी राशि परिवर्तन या गोचर करते हैं तो सभी 12 राशियों पर इसका असर होता है। ये दोनों ग्रह इस साल राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं।
राहु-केतु छाया ग्रह माने जाते हैं और हमेशा उल्टी चाल चलते हैं। दोनों को ही पापी ग्रह माना जाता है।
राहु-केतु वक्री चाल चलने के कारण इन्हें गोचर करने में डेढ़ साल का समय लगता है। दोनों इस साल के अंत में 30 अक्टूबर को मीन राशि में प्रवेश करेंगे।
दोनों ग्रहों के राशि परिवर्तन से 4 राशि के जातकों को काफी कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।
राहु-केतु का गोचर मेष राशि के जातकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। खर्च बढ़ने से आर्थिक दबाव बढ़ेगा। जीवनसाथी के साथ कलह हो सकती है।
राहु-केतु गोचर कर कन्या राशि वालों की हर क्षेत्र में संघर्ष की स्थिति बनेगी। व्यापार व कार्यस्थल पर परेशानी हो सकती है। रिश्ते खराब हो सकते हैं।
दोनों ग्रह मीन राशि में आने से इन राशि वालों को हर कदम सोच-समझकर उठाना होगा। कर्ज चुकाने में दिक्कत आ सकती है। कारोबार में भी अशुभ समाचार मिल सकते हैं।
राहु-केतु गोचर कर वृषभ राशि के जातकों के हर कदम पर परेशानियां शुरू हो सकती हैं। फिजूलखर्च बढ़ने के साथ घर का बजट बिगड़ेगा, तंगी का सामना करना पड़ सकता है।