समय अंतराल पर ग्रहों का गोचर होता रहता है। जब भी कोई ग्रह अपना राशि परिवर्तन करते हैं तब राशियों के लिए कुछ अलग होता है।
ज्योतिष शास्त्र में राहु को पापी और छाया ग्रह बोला जाता है। इसके राशि परिवर्तन से मानव जीवन पर काफी ज्यादा प्रभाव पड़ता है।
बता दें कि राहु 30 अक्टूबर 2023 को मेष राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर गया था। इसी के साथ 8 महीने बाद रेवती नक्षत्र में प्रवेश हो गया था।
बता दें कि रेवती नक्षत्र 27 नक्षत्रों में से अंतिम नक्षत्र है। इसके स्वामी बुध हैं। इसके अलावा गुरू का प्रभाव भी इसी नक्षत्र पर होता है।
बता दें कि राहु का रेवती नक्षत्र में जाने से कुछ राशियों को विशेष लाभ मिल सकता है, तो वहीं कुछ राशियों को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
बता दें कि राहु का रेवती नक्षत्र में जाने से कुछ राशियों को विशेष लाभ मिल सकता है, तो वहीं कुछ राशियों को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
इस राशि में राहु ने रेवती नक्षत्र में प्रवेश करके दशमे भाव में प्रवेश किया है। ऐसे में इस राशि वालों को विशेष लाभ मिल सकता है।
कर्क राशि में राहु नक्षत्र परिर्वतन करके 9वें भाव में हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को विदेश यात्रा का करने का अवसर मिल सकता है।
कन्या राशि में राहु ने 7वें भाव से भ्रमण किया है। रेवती नक्षत्र और कन्या राशि का स्वामी बुध है। ऐसे में राहु के रेवती नक्षत्र में प्रवेश का करने से फायदा मिल सकता है।