रोजा को लेकर कई गलत दावे भी किए जाते हैं आज हम आपको बताएंगे कि रमजान के महीने में ऐसी क्या गलतियां है जिन्हें आपको नहीं करना हैं।
अगर आपको कोई बीमारी हैं या स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं है तो आप इंजेक्शन और आई ड्रॉप ले सकते हैं। लेकिन रोजे के दौरान आपको कोई भी ताकत की दवा या इंजेक्शन नहीं लेना चाहिए।
जो लोग रोजा रख रहें हो उनके सामने खाना खाने में कोई दिक्कत नहीं है हालांकि यह रोजा रखने वाले व्यक्ति की पसंद पर भी निर्भर करता हैं कि उन्हें कोई परेशानी है या नहीं।
15 साल की उम्र से बच्चे रोजा रखना शुरू कर सकते हैं। इस्लाम धर्म के मुताबिक जो लोग पूरी तरह स्वस्थ और सक्षम हैं उन्हें भी रोजा रखना चाहिए।
रोजे के मकसद को आप सिर्फ खाने पीने के परहेज से नेकी हासिल कर पूरा नहीं कर सकते हैं।इसका उद्देश्य मन,बुद्धि,जुबान से शुद्धि होकर अल्लाह की इबादत करना हैं। रोजा रखना एक बेहतर इंसान बनने की प्रैक्टिस हैं
रोजा को लेकर ये भी मिथक हैं कि आप लार(Saliva) नहीं घूंट सकते हैं। ऐसा बिल्कुल गलत हैं, मुंह में लार आने की स्थिति में आप उसे घूंट सकते हैं।
रोजा रखने का मकसद ही अपनी इच्छाओं पर काबू पाना हैं, जैसे कि खाना, पानी और शारीरिक संबंध से जुड़ी चीजें। रोजा दूसरों को स्लाइवा लेने से टूटता हैं इसलिए रोजे के दौरान अपने पार्टनर को किस करने से बचें।
ब्रश करने से भी रोजा नहीं टूटता जब तक आप टूथपेस्ट के स्लाइवा को घूंट ने ले, ऐसा करने पर आपका रोजा टूट सकता हैं।