रामनवमी पर 30 मार्च को अमृतसिद्धि, सर्वार्थसिद्धि और गुरुपुष्य नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है। इस दिन अलग-अलग पाठ करने से अलग-अलग फल प्राप्त होंगे।
श्रीरामरक्षास्तोत्रम् का पाठ करने से चारों ओर सुरक्षित वातावरण बन जाता है।
रामनवमी के दिन अयोध्या कांड पाठ का भी महत्व बताया गया है। जिनके यहां संतान नहीं हुई है, वे यह पाठ कर अनुकूल फल प्राप्त कर सकते हैं।
रामनवमी पर सूर्य मंडलाष्टकम का पाठ को करने से पराक्रम में वृद्धि होती है।
रामनवमी पर श्री राम कथा चरित्र का पाठ करने से पारिवारिक विद्वेष खत्म होते हैं और परिवार में अनुकूलता के रास्ते खुल जाते हैं।
रामनवमी पर श्री राम मंगलानुशासनम का पाठ निश्चित लक्ष्य की प्राप्ति करने के लिए विशेष फलकारी है।
रामनवमी पर श्री राम स्तुति करने से पारिवारिक संकट समाप्त होते हैं अज्ञात भय का वातावरण समाप्त होता है।