हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य माना जाता है। विनायक चतुर्थी के दिन विधि-विधान से पूजा करने से भक्तों के सभी कार्य सफल होते हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है।
सावन माह की विनायक चतुर्थी 21 जुलाई को सुबह 6ः58 बजे शुरू होगी, जिसका समापन 22 जुलाई 2023 को सुबह 9ः26 पर होगा।
विनायक चतुर्थी पर शुभ मुहूर्त सुबह 11ः05 बजे से 1ः05 बजे तक रहेगा। इस मुहूर्त में विधि-विधान से पूजा करने पर लाभ व उन्नति की प्राप्ति होगी।
विनायक चतुर्थी पर 21 जुलाई को दोपहर 1.58 बजे से रवि योग है, जो 22 जुलाई को सुबह 5ः37 बजे तक रहेगा। इस योग में शुभ कार्य की शुरुआत कर सकते हैं।
विनायक चतुर्थी पर भद्रा भी लग रही है। भद्रा का साया 21 जुलाई को रात 8ः12 से अगले दिन सुबह 5ः37 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य न करें।
विनायक चतुर्थी पर सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान के बाद लाल कपड़े धारण कर भगवान गणेश का ध्यान करें और व्रत का संकल्प लें और गणेश जी की पूजा करें।