महीने में दो बार प्रदोष व्रत आता है। प्रदोष व्रत रखने से जातक को कई प्रकार के लाभ मिलते हैं। आइए जानते है भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत पर किस चालीसा का पाठ करना चाहिए?
एक प्रदोष व्रत कृष्ण पक्ष और दूसरा शुक्ल पक्ष में आता है। यह व्रत पूर्ण रूप से भगवान शिव को समर्पित होता है। इस व्रत के दौरान सिर्फ भगवान शिव की अराधान करनी चाहिए।
2024 में पौष माह में शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 23 जनवरी को पड़ रही है। मान्यता अनुसार, प्रदोष व्रत के दौरान शिव जी की पूजा करनी चाहिए।
प्रदोष व्रत के दौरान, भगवान शिव की पूजा करने से शुभ परिणामों की प्राप्ति होती है। साथ ही, भगवान शिव की कृपा भी मिलती है।
प्रदोष व्रत के दिन शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से भोले बाबा अति प्रसन्न होते है। शिव चालीसा का पाठ जातक की कई मुश्किलों को दूर करता है।
शिव चालीसा का पाठ करने से जीवन में शांति और खुशियां आती है। इसका जाप करने से जातक के परिवरा पर भगवान की असीम कृपा बन रहती है।
रोज विधिवत रूप से शिव चालीसा का पाठ करने से जातक को सभी प्रकार के दुख और दर्द से निजात मिलता है। साथ ही, शंकर भगवान भी आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते है।
चालीसा के जाप के पहले ‘कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भबं भवानीसहितं नमामि’ इस मंत्र का जाप अवश्य करें।