हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को पवित्र और पूजनीय माना जाता है। इसका सीधा संबंध भगवान शिव से होता है। इस वजह से भी रुद्राक्ष को धारण किया जाता है।
आज के समय में आपको ऑनलाइन और बाजार में रुद्राक्ष की माला आसानी से मिल जाती है, लेकिन इनमें से कुछ रुद्राक्ष की माला नकली भी हो सकती है।
अब सवाल उठता है कि असली और नकली रुद्राक्ष के बीच का अंतर कैसे समझा जा सकता है। चलिए इस दुविधा का समाधान भी आपको बता देते हैं।
रुद्राक्ष की पहचान करने के लिए इसे कुछ घंटों तक पानी में उबाल लें। ऐसा करने के बाद अगर रंग नहीं बदलता है तो आपका रुद्राक्ष असली है।
रुद्राक्ष को पानी में डालकर भी इसकी पहचान की जा सकती है। अगर आपका रुद्राक्ष डूब जाता है तो तुरंत समझ लें कि यह नकली है।
सरसों के तेल में रुद्राक्ष को डुबाने पर इसका रंग गहरा होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो आपके पास नकली रुद्राक्ष है।
असली रुद्राक्ष की पहचान के लिए आप इसे सुई या नुकीली चीज से कुरेद सकते हैं। अगर इसमें से रेशा निकलता है तो वह असली है।
रुद्राक्ष की सतह कभी भी एक समान नहीं होती है। अगर आपके रुद्राक्ष की सतह एक जैसी है तो समझ लें कि ये नकली है।