पुखराज पहनने के नियम क्या हैं?


By Ram Janam Chauhan03, Dec 2024 05:08 PMnaidunia.com

ज्योतिष शास्त्र में रत्नों की शक्तियों का जिक्र किया गया है, ऐसे में अगर आप पुखराज पहनने की सोच रहें हैं, तो इन बातों का खास ध्यान रखें-

क्या है पुखराज?

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक पुखराज एक कीमती रत्न है, जिसका संबंध बृहस्पति ग्रह के साथ माना जाता है। इसे पहनने से जीवन में सुख-शांति आती है।

शुभ मुहूर्त में धारण करें

पुखराज को धारण करने के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करें। ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक इसे सुबह नहाने के बाद, सूर्य उगने या गुरु पुष्य नक्षत्र में धारण करना सही होता है।

सही दिन चुनें

शास्त्रों के मुताबिक पुखराज धारण करने के लिए गुरुवार का दिन बेहद शुभ माना गया है, क्योंकि पुखराज का संबंध बृहस्पति ग्रह के साथ होता है।

पहनने से पहले शुद्ध करें

पुखराज पहनने से पहले दूध, गंगाजल और शहद से शुद्ध करना चाहिए। ऐसा करने से रत्न की नकारात्मक शक्तियां खत्म हो जाती हैं।

किस धातु के साथ पहनें?

पुखराज को सोने या पीतल में धारण करना शुभ माना जाता है। साथ ही, ये धातुएं बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने में मदद करती हैं।

इस मंत्र का उच्चारण करें

पुखराज को पहनते समय ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः को 108 दोहराना चाहिए। इससे रत्न की शक्ति बढ़ जाती है।

किस उंगली में पहनें?

आमतौर पर पुखराज को दाहिने हाथ की पहली उंगली में पहनना ठीक माना जाता है, क्योंकि यह उंगली बृहस्पति ग्रह को दर्शाती है।

पुखराज पहनने से पहले इन बातों का ध्यान रखें। यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए दी गई है, ऐसी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें naidunia.com

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