भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए श्रद्धालु सावन महीने में व्रत रखते हैं। साथ ही, भक्त कावड़ लाकर भी शिवजी को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं।
इस साल सावन 2 महीने तक चलेगा। सावन का पहला सोमवार व्रत 10 जुलाई को है। सोमवार के दिन श्रद्धालु भगवान शिव का व्रत रखते हैं।
सावन सोमवार का व्रत रखने से जुड़े कुछ नियम है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, व्रत से जुड़ी बातों का ध्यान रखने से शिव जी नाराज भी हो सकते हैं।
सावन सोमवार का व्रत रखने वाले भक्तों को याद रखना चाहिए कि फलाहार में किसी भी नमक का प्रयोग नहीं करना होता है।
शिवलिंग पर कच्चे दूध से अभिषेक किया जाता है। ऐसे में व्रत रखने वाले लोगों को सोमवार के दिन दूध गलती से भी नहीं पीना चाहिए।
वैसे तो किसी भी पूजा या व्रत में तामसिक चीजों का प्रयोग नहीं किया जाता है। सावन सोमवार व्रत में भी लहसुन, प्याज, मांस मदिरा जैसी खाद्य पदार्थों का उपयोग करने से बचें।
व्रत रखने वालों को विशेष ध्यान रखना होता है कि क्रोध, लोभ जैसे दुर्गुणों से बचा जाएं। दर्शन सभी मन और वचन की पवित्रता है सात करने में ही हम मिलता है।
शिवजी की पूजा करते समय किसी भी वर्जित वस्तु का प्रयोग नहीं करना होता है। बता दे कि भोलेनाथ की पूजा में तुलसी के पत्ते, सिंदूर हल्दी, नारियल आदि जैसी वस्तुओं का उपयोग वर्जित है।