शनिदेव भगवान सूर्य के पुत्र हैं। शनिदेव प्रसन्न होते हैं तो भक्तों के कष्टों को दूर कर देते हैं। नवग्रहों में सबसे शक्तिशाली ग्रह शनि को माना गया है।
ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। अगर सही विधि से शनि चालीसा का पाठ किया जाए तो शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
शास्त्रों में रोजाना शनि चालीसा का पाठ करना उत्तम माना गया है। शनिवार के दिन शनि मंदिर या पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार शनिवार के दिन घर के पूजा स्थल पर सरसों के तेल का दीया जलाएं और शनिदेव का ध्यान करें। इसके बाद शांत मन से शनि चालीसा का पाठ करें।
शनि चालीसा का पाठ करने से भक्तों को अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है। साथ ही शनि दोष से भी छुटकारा मिलता है। इससे शनिदेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं।