शनि जयंती 6 मई 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन पूजा अर्चना करने से शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और कभी दुखों का सामना नहीं करना पड़ता है।
धार्मिक मान्यताओं के हिसाब से शनि जयंती के दिन कुछ चीजों को करने के लिए मना किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह करने से अशुभ फल मिलते हैं।
शनि की पूजा करते समय कभी भी तांबे के बर्तन का उपयोग नहीं करना चाहिए। तांबे का संबंध सूर्य से होता है। सूर्य के पुत्र होने के बावजूद शनि सूर्य के परम शत्रु मित्र है।
शनि देव की पूजा करते समय उनकी आंखों में नहीं देखना चाहिए। ऐसा कहते हैं कि इससे साधक शनि की वक्र दृष्टि का शिकार हो जाता है।
शनि देव की पूजा करते समय कुछ दिशाओं का ख्याल रखना बेहद ही जरूरी है। आमतौर पर देवी देवताओं की पूजा पूर्व मुख की ओर करके करना चाहिए।
शनि जयंती के दिन लोहे से निर्मित चीजें घर लाने के लिए मनाही होती है। इस दिन लोहे के बर्तन का उपयोग भूल से भी नहीं करना चाहिए।
शनि जयंती के शुभ दिन पर पवित्र पौधे जैसे, तुलसी, दुर्वा, बेल पत्र, पीपल के पत्ते आदि नहीं तोड़ने चाहिए। यह शुभ नहीं माना जाता है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।