वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह का खास महत्व बताया गया है। इस ग्रह के मजबूत होने पर व्यक्ति को जीवन में आने वाली ज्यादातर परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है।
जिन लोगों की कुंडली में शनि ग्रह की स्थिति कमजोर होती है, उन्हें शनि दोष का सामना करना पड़ता है। इसका प्रभाव व्यक्ति के व्यवहार पर भी देखने को मिलता है।
कुंडली में शनि ग्रह कमजोर होने पर कुछ लक्षण भी नजर आते हैं। इन्हें देखने से पता चल जाता है कि न्याय के देवता शनि की कृपा आपके ऊपर नहीं है।
शनि ग्रह की कमजोर स्थिति के कारण व्यक्ति को बात-बात पर गुस्सा आता है। इसके कारण व्यक्ति का स्वभाव भी गुस्सा करने वाला हो जाता है।
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि जिन लोगों की कुंडली में शनि ग्रह कमजोर होता है उनके घर में लड़ाई-झगड़े का माहौल बना रहता है।
शनि की कमजोरी स्थिति की वजह से व्यक्ति को आर्थिक नुकसान भी झेलने पड़ते हैं। इतना ही नहीं, ऐसे लोग कर्ज के बोझ नीचे दब जाते हैं।
शनि ग्रह की कमजोर स्थिति की वजह से आजीविका चलाने में भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह भी शनि के कमजोर होने का अहम लक्षण है।
कुंडली में शनि ग्रह का कमजोर होना बीमारियों का कारण बनता है। शनि की कमजोर स्थिति की वजह से व्यक्ति हमेशा रोगों से परेशान रहता है।
यहां हमने जाना कि शनि ग्रह के कमजोर होने पर क्या होता है। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ