Shanidev Morena: मुरैना में हैं त्रेतायुग के शनिदेव


By Anil Tomar2022-12-14, 14:37 ISTnaidunia.com

हनुमानजी ने कराया था लंका से मुक्त

सीताजी की खोज के दौरान लंका से हनुमानजी ने रावण की कैद से शनि को छुड़ाया था और लंका से फेंका था। तब से शनिदेव मुरैना में हैं।

जहां शनि देव गिरे वहां आज भी हैं गड्ढा

शनि देव जिस जगह गिरे थे वहाँ एक बड़ा-सा गड्ढा हो गया था। यह गड्ढा आज भी यहां पर मौजूद है। शनिवार एवं शनिश्चरी अमावस्या पर श्रद्धालुओं उमड़ती है।

सिंधिया ने कराया जीर्णोद्धार

शनि देव के मंदिर का निर्माण राजा विक्रमादित्य ने करवाया था। ग्वालियर के तात्कालीन सिंधिया रियासत के दौलतराव सिंधिया ने मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया।

शनि जयंती पर लगता है विशाल मेला

शनि जयंती व शनिश्चरी अमावश्या पर यहां पर विशाल मेला लगता है और देश विदेश से लाखों श्रद्धालु शनि की शरण में आते हैं।

सिगनापुर में शनि पहाड़ की ही है शनि शिला

बताया जाता है कि शनिश्चरा मंदिर पर्वत से ही महाराष्ट्र के सिगनापुर शनि मंदिर में प्रतिष्ठित शनि शिला ले जाई गई है। जब से यहाँ शनिदेव विराजित हुये हैं।

शनिक्षेत्र में नहीं होती आपराधिक घटनाएं

शनिश्चरा पहाड़ क्षेत्र में आपराधिक घटनाएं न के बराबर होती हैं। यदि कोई किसी वारदात को अंजाम देता है तो पकड़ा भी जाता है।

Mustard Oil for Good Health : सर्दियों में बेहद कारगर है सरसों का तेल