Shardiya Navratri 2023: शुभ मुहूर्त पर ऐसे करें कलश स्थापना, जानें पूजा विधि


By Prakhar Pandey03, Oct 2023 11:01 AMnaidunia.com

नवरात्रि का आरंभ

हर साल की तरह इस साल भी पितृपक्ष के समापन के साथ ही नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है। आइए जानते हैं कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।

9 दिन 9 रूप

नवरात्रि के 9 दिनों तक मां-दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती हैं। इस साल शारदीय नवरात्रि का आरंभ 15 अक्टूबर से हो रहा है और इसका समापन 23 अक्टूबर को होगा।

घटस्थापना मुहूर्त

घटस्थापना मुहूर्त पर करना बेहद जरूरी होता है।कलश स्थापना का शुभ समय 5 अक्टूबर को 11.44 से 12.30 के बीच रहेगी।

कलश स्थापना के लिए समय

कलश स्थापना के लिए 44 मिनट का समय रहेगा। अमावस्या के दिन और रात के समय में गलती से भी घटस्थापना न करें। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।

दुर्गा पूजा की सामग्री

घटस्थापना के लिए 7 अलग-अलग प्रकार के अनाज, छोटी मिट्टी या पीतल का कलश, गंगाजल, इत्र, कलावा, सुपारी, कलश में रखने के लिए सिक्का, 5 आम या अशोक के पत्ते, अक्षत और नारियल, गेंदे का फूल, लाल कपड़ा और दूर्वा घास जैसी चीजें लगेंगी।

मिट्टी का बर्तन

कलश स्थापना के लिए मिट्टी का बर्तन ले लें। बर्तन में मिट्टी डालकर उसमें अनाज डालें। मिट्टी के तीन परतें बनाएं और उसमें थोड़ा सा पानी डालें।

कलश में गंगाजल

कलश में गंगाजल भरें और कलावा बांधे। इस जल में अक्षत, सुपारी और सिक्का डालें। इस कलश के किनारे पर 5 आम या अशोक के पत्ते रख दें।

कलश पर रखें नारियल

कलश स्थापना के लिए नारियल पर लाल कपड़ा बांधकर और कलावे से लपेटकर उसे कलश पर रख दें। इस कलश को स्थापना के 9 दिनों तक हिलाना नहीं है। साथ ही, लोग 9 दिन तक अखंड ज्योति भी जलाते हैं।

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