आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है, जिसे हम शारदीय नवरात्रि के नाम से जानते हैं।
इस वर्ष मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं। ऐसे में ये जानना बेहद ही जरूरी है कि इसका क्या प्रभाव पड़ने वाले हैं।
हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का काफी ज्यादा महत्व होता है। आपको यह बता दें कि एक साल में कुल 4 नवरात्रि का पर्व होता है।
इस वर्ष 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है। जिसमें 9 अलग-अलग माता का पूजन होता है।
वैसे तो सभी जानते हैं कि माता दुर्गा की सवारी शेर है, लेकिन इसके साथ-साथ हाथी, घोड़ा, नाव और पालकी भी है।
वैसे तो सभी जानते हैं कि माता दुर्गा की सवारी शेर है, लेकिन इसके साथ-साथ हाथी, घोड़ा, नाव और पालकी भी है।
ऐसा माना जाता है कि जब-जब मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं तब अधिक वर्षा होने की संभावना होती है।
ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से हाथी को खुशहाली और संपन्नता का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में व्रती के घर में सुख-शांति आती है।
आपको बता दें कि माता का आगमन हाथी पर होगा लेकिन वह प्रस्थान मुर्गे पर करेंगी। क्योंकि नवरात्रि का समापन शनिवार और मंगलवार के दिन होगा।