Vrat Tyohar: नवरात्रि पर क्यों नहीं खाते हैं लहसुन-प्याज? जानें


By Shivansh Shekhar29, Sep 2023 01:25 PMnaidunia.com

नवरात्रि की शुरुआत

15 अक्टूबर आश्विन मास, शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है। जिसके लिए कई सारे नियम होते हैं।

माता रानी की आराधना

नवरात्रि का त्योहार लोग बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं। इस दौरान नौ दिनों तक भक्त माता रानी की आराधना करते हैं।

लहसुन-प्याज मनाही

इस नवरात्रि के दौरान लहसुन और प्याज खाने के लिए मनाही होती है। आपके मन में यदि यह सवाल होगा कि क्यों, तो आइए हम आपको बताते हैं।

सात्विक खाना हीलिंग फूड

आयुर्वेद का इसके ऊपर मानना है कि सात्विक खाना हीलिंग फूड होता है। इसलिए जब हम इसे खाते हैं, तो इसके पाचन में समय लगता है।

पारम्परिक रिवाज

ये पुराने समय से खाना पकाने और खाने के पारम्परिक रिवाज पर आधारित है, जो पाचन को बढ़ावा देने और शांत दिमाग रखने से अपने शानदार कल्याण प्रोत्साहन का दावा करता है।

पारम्परिक रिवाज

ये पुराने समय से खाना पकाने और खाने के पारम्परिक रिवाज पर आधारित है, जो पाचन को बढ़ावा देने और शांत दिमाग रखने से अपने शानदार कल्याण प्रोत्साहन का दावा करता है।

इन चीजों से रहें दूर

नवरात्रि के दौरान हिंदू समुदाय में डिब्बाबंद और बोतलबंद कुछ भी नहीं खाते हैं। पैक किए गए और जमे हुए खाने को भी नहीं खाते हैं।

क्यों नहीं खाते लहसुन-प्याज?

आयुर्वेद खाद्य सामग्री को तीन अलग-अलग विशेषताओं में बांटा गया है, जो सात्विक, रजस और तामस है। इसके अर्थ शुद्ध, ऊर्जावान और स्वच्छ होता है।

प्रकृति में तामसी

नवरात्रि के दौरान सात्विक खाते हैं और प्याज-लहसुन जैसी चीजें मनाही होती है। क्योंकि उन्हें प्राकृतिक तामसी माना गया है।

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