व्रत के टाइम लोग अक्सर यह सोचते हैं कि क्या कॉफी पीना सही होगा या नहीं। कुछ लोग कॉफी को एनर्जी बूस्टर मानते हैं, तो कुछ इसे व्रत के नियमों के खिलाफ मानते हैं। आइए जानें कि व्रत में कॉफी पीना सही है या नहीं और इससे शरीर पर क्या असर होता है।
अगर व्रत में सिर्फ पानी, फल और दूध लिया जा सकता है, तो कॉफी पीने का फैसला व्यक्ति की परंपराओं और नियमों पर निर्भर करता है।
खाली पेट कॉफी पीने से कई लोगों को एसिडिटी की दिक्कत हो सकती है। इससे पेट में जलन, गैस और अपच जैसी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।
कॉफी में मौजूद कैफीन से मेंटल अलर्टनेस बढ़ती है और व्रत के टाइम कमजोरी महसूस होने पर कुछ टाइम के लिए एनर्जी मिलती है।
व्रत में पेट खाली होता है और कॉफी पीने से डाइजेस्टिव सिस्टम पर ज्यादा प्रेशर पड़ सकता है, जिससे डाइजेस्टिव प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।
व्रत के टाइम ज्यादा कॉफी पीने से नींद की क्वालिटी पर खराब असर हो सकता है। इससे शरीर को रिलैक्स करने में दि्क्कत हो सकती है।
अगर व्रत में कॉफी पीने का मन हो, तो दूध वाली कॉफी पीना अच्छा होता है, क्योंकि यह पेट को ज्यादा दिक्कत नहीं पहुंचाती और शरीर को पोषण भी देती है।
व्रत में कॉफी पीना पूरी तरह व्यक्ति की परंपरा और हेल्थ पर डिपेंड करता है। इस तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए naidunia.com पर क्लिक करें।