चैत्र नवरात्रि के दौरान माता के सभी नौ रूपों के अलग-अलग दिनों पर पूजा की जाती है। आइए जानते है नीम के बंदनवार को नवरात्रि में घर में लगाने से क्या लाभ होता है?
मान्यता के अनुसार, 9 दिन नीम के पेड़ में मां दुर्गा विराजमान होती है। ऐसे में इन 9 दिनों तक इस पेड़ की विधिवत पूजा करने का खास महत्व होता है।
नवरात्रि के दौरान, नीम के पेड़ के पत्तों से बने बंदनवार को बेहद शुभ माना जाता है। नवरात्रि के 9 दिनों तक इन पत्तों को घर के मुख्य द्वार पर बांधना चाहिए।
मान्यता के मुताबिक, बंदनवार में खुद हनुमान जी विराजित होते हैं। ऐसे में पूजा से पहले बंदनवार बांधने का खास महत्व होता है। घर के मुख्य द्वार पर बंदनवार बांधने से नकारात्मक शक्तियां घर में प्रवेश नहीं कर पाती है।
बंदनवार बनाने के लिए सबसे पहले नीम के पत्तों को टहनी सहित तोड़े और टहनी या पत्तें को गुच्छों में रख लें। नीम के पत्तों को आप 5,7,9 और 11 के गुच्छे में बनाकर रख सकते है।
घर के मुख्य द्वार पर नाप के हिसाब से धागे में सभी गुच्छों को थोड़ी-थोड़ी करीब 4 से 5 इंच की दूरी पर बांधे। उसको बांधने के बाद साफ बर्तन में रखकर पूजा करें।
पूजा के समय हनुमान जी से प्रार्थना करें और उनसे कहें कि वह बंदनवार में विराजित हों। एक बार पूजा होने के बाद आप बंदनवार को घर के मुख्य द्वार पर बांध सकते है।
घर में बंदनवार बांधने से हनुमान जी स्वयं घर की रक्षा करते है। इससे घर में सौभाग्य आता है और परिवार को कोई भी सदस्य बीमारी से पीड़ित नहीं पड़ता है।
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