आजकल छोटे-छोटे बच्चों के हाथ में फोन देकर उन्हें शांत रखना, पैरेन्ट्स को काफी सुविधाजनक लगता है।
लेकिन कम उम्र में बच्चों के हाथों में फोन देने से उनकी मानसिक स्थिति पर बहुत दूरगामी प्रभाव पड़ते हैं।
एक सर्वे के अनुसार, जो बच्चे कम उम्र में फोन चलाना शुरू कर देते हैं, उन्हें दूसरे बच्चों की तुलना में ज्यादा मानसिक परेशानियां होती हैं।
जिन बच्चों को बहुत कम उम्र में फोन या टैबलेट की आदत लग जाती है, उम्र के साथ-साथ उनके मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट होती है।
जिन बच्चों को कम उम्र में स्मार्टफोन मिल जाते हैं उन बच्चों में सुसाइडल थॉट्स आने की आशंका ज्यादा पाई गई।
सर्वे के अनुसार ऐसे बच्चों में दूसरों के प्रति ज्यादा गुस्सा देखा गया। उनके स्वभाव में जिद और उग्रता भी ज्यादा दिखी।
स्मार्टफोन की लत वाले बच्चे असल जिंदगी से कोसों दूर महसूस करते हैं और समाज से कटा हुआ महसूस करते हैं।
अध्ययन के मुताबिक सबसे ज्यादा प्रभावित होने वालों में महिलाएं शामिल थीं। उनमें दूसरों की तुलना में गंभीर हताशा पाई गई।
पुरुषों में महिलाओं की तुलना में इसका असर कम देखा गया और मानसिक परेशानियों से जूझने की आदतें पाई गई।