अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है। पति की स्वास्थ संबंधी परेशानी भी दूर होती है।
शिव-पार्वती के पूजन का खास दिन माना गया है। इस दिन सुहागिन कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें।
किसी मंदिर में पीपल का पौधा लगाने से पितर देव अति प्रसन्न होते हैं। मान्यता है इससे तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
पानी वाले नारियल पर लाल धागा सात बार लपेटकर मनोकामना कहें। फिर ब्रह्म मुहूर्त में प्रवाहित कर दें।
वैवाहिक जीवन में आए दिन क्लेश होते हैं। सोमवती अमावस्या के दिन गाय को पांच तरह के फल खिलाएं
108 बार तुलसी की परिक्रमा करें। आपके जीवन की सारी मुसीबत और धन समृद्धि, दांपत्य जीवन की हर परेशानी को दूर करेगा।
कुएं में एक चम्मच कच्चा दूध और एक सिक्का डालने पर दरिद्रता का नाश होता है। पैसों की तंगी नहीं होगी।
हनुमान, शनिदेव, विष्णु, चंद्रदेव और शिवजी व माता पार्वती की पूजा करें। नदी नहीं हैं तो घर के जल में थोड़ा गंगाजल डाल लें।
शनि और चंद्र का दान करने से पितृदोष मिटेगा। चंद्र का दान करने से चंद्रदोष दूर होंगे। शनि का दान करने से शनि दोष दूर होंगे।
सोमवती अमावस्या के दिन पितरों को जल देने से उन्हें तृप्ति मिलती है। सोमवती अमावस्या पर तीर्थस्थलों पर पिंडदान करने का विशेेष महत्व होता है।