शास्त्रों में कहा गया है कि सूर्य देव को जल अर्पित करने से और पूरी श्रद्धा के साथ पूजा से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
पुराणों में कहा गया है कि सूर्यदेवता की विधिवत पूजा और आराधना से पापों से मुक्ति मिलती है।
ज्योतिषियों के अनुसार सूर्य देव की आराधना से मनुष्य को जहां बल और बुद्धि मिलती है वहीं उसकी धनसंपत्ति में भी बढ़ोतरी होती है।
पंडितों का कहना है कि सूर्य देव की आराधना से रोगों से मुक्ति मिलती है।
ज्योतिषियों के अनुसार अगर जन्मकुंडली में सूर्य दोष हो तो सूर्य देव की आराधना से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
जानकारों का कहना है कि सूर्य देव की आराधना से रोजगार में आने वाली दिक्कतें दूर होती हैं और पदोन्नति के अवसर उत्पन्न होते हैं।
पंडितों के अनुसार रविवार के दिन नवग्रह मंदिर जाकर सूर्यदेव को चंदन का लेप करना चाहिये। विधिविधान से पूजा कर जल अर्पित करना चाहिये।
पंडितों का यह भी कहना है कि सूर्य देव प्रत्यक्ष नजर आते हैं। इसलिये उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए खुले में ही उनकी आराधना करनी चाहिये।