जो समय बीत चुका है उसे बार-बार याद कर पछताना बेकार है। कुछ गलतियों से सबक लेकर वर्तमान को श्रेष्ठ बनाने की कोशिश करें। भविष्य की रणनीति पर ध्यान दें।
जब बुरा वक्त चल रहा हो तो एक-दूसरे की हौसला अफजाई करते रहें। ये व्यक्ति को कमजोर होने से बचाती है। दुश्मन को हराना है तो एकजुट होकर काम करें।
जो मित्र मुंह पर मीठा और पीठ पीछे आपकी बुराई करे तो उसे छोड़ना ही अच्छा है। जो सच्चे मित्र होते हैं वे आपकी गलती पर भी साथ नहीं छोड़ते। हर मुश्किल में साथ खड़े रहते हैं।
अगर आप किसी काम में सफलता चाहते हैं तो अपने प्रति हमेशा सकारात्मक सोच रखें। कोई आपमें कमियां बताए तो उसे बुरा न मानकर उन्हें सुधारने की कोशिश करें।
कई लोग बहुत कुछ पाने की चाह रखते हैं। सबसे पहले अपने लक्ष्य निर्धारित करें। पूरी लगन और मेहनत से अपने टारगेट को पूरा करने के लिए जुट जाएं।
परीक्षा के दो ही परिणाम होते हैं पास या फेल। तीसरा कोई आप्शन नहीं होता। इसलिए असफलता से निराश होने की जरूरत नहीं है। डरकर रास्ते नहीं बदलें।