उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के साथ शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर भी है। मान्यता है कि यहां माता सती की कोहनी गिरी थी।
हरसिद्धि माता मंदिर में दो दीपमालिकाएं भी हैं, प्रत्येक दीपामालिका में 50 दीपक है, इन्हें प्रज्जवलित कराने के लिए बुकिंग करवाना होता हैं।
मान्यता है कि माता हरसिद्धि दिन में गुजरात में निवास करती हैं और रात में उज्जैन में, इसलिए मंदिर में रात में आरती की जाती है।
भगवान श्रीकृष्ण ने जरासंध के वध से पहले माता का पूजन किया था, इसके बाद मां का नाम हरसिद्धि हुआ।