Mahamrityunjaya मंत्र की ऐसे हुई थी उत्पत्ति, जानिए इसका रहस्य


By Sandeep Chourey2023-02-21, 13:49 ISTnaidunia.com

महादेव की महिमा

देवादिदेव महादेव की आराधना से सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाता है। उनको मुक्तिदाता और वरदान के देव माना जाता है।

महामृत्युंजय मंत्र की उत्पत्ति

महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने मात्र से मानव को सुख-समृद्धि, धन-दौलत और आरोग्य की प्राप्ति होती है। जानें कैसे हुई थी इस मंत्र की उत्पत्ति

अमर है मार्कण्डेय ऋषि

मार्कण्डेय ऋषि को अमरत्व का वरदान प्राप्त है। मार्कण्डेय ऋषि का नाम 8 अमर लोगों में शामिल है। मार्कण्डेय ऋषि के पिता का नाम ऋषि मृकण्डु था।

अल्पायु पुत्र का वरदान

मृकण्डु ऋषि को जब लंबे समय तक कोई संतान नहीं हुई तो उन्होंने पत्नी के साथ भगवान शिव की आराधना की। तब अल्पायु गुणवान पुत्र की प्राप्ति हुई।

शिव भक्ति की प्रेरणा

मार्कण्डेय जैसे ही बड़ा हुआ उसको अपने अल्पायु होने के संबंध में पता चला। उम्र के बढ़ने के साथ मार्कण्डेय की शिव भक्ति भी बढ़ने लगी।

ऐसे मिली मंत्री की दीक्षा

शिव पूजा करते समय उन्हें ब्रह्मदेव से महामृत्युंजय मंत्र ' ऊँ त्र्यंबकम् यजामहे सुगन्धिम् पुष्टिवर्द्धनम्, ऊर्वारुकमिव बन्धनात, मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् की दीक्षा मिली।

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