साल भर में चार बड़ी चतुर्थी पड़ती है, जिन्हें सकट चौथ भी कहा जाता है। माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को तिल चतुर्थी या तिलकुट चौथ कहते हैं।
तिलकुट चतुर्थी का बहुत महत्व है। इस भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा की जाती है।
साल 2023 को 10 जनवरी को तिल चतुर्थी या सकट चौथ है। इस दिन पूजा का चंद्रोदय के बाद व्रत खोला जाता है। 10 जनवरी को चंद्रोदय रात 8.50 पर होगा।
मान्यता है कि तिल चतुर्थी व्रत करने से संतान पर आने वाले संकट को टाला जा सकता है। संतान को दीर्घायु होने का वरदान मिलता है।
गणेश जी की पूजा करते समय लाल कपड़े में श्रीयंत्र और उसके बीच में सुपारी रख दें। पूजा के बाद लाल कपड़े में श्रीयंत्र और सुपारी को तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आपके घर में धन-दौलत की वृद्धि होगी।
हर काम में सफलता पाने के लिए गणेश भगवान के सामने धूप दीप जलाकर मंत्रों का जाप करें।
गणेश चौथ पर मनोकामना की पूर्ति के लिए गणेश चालीसा का पाठ करें और मोदक का भोग लगाएं।
नौकरी और कारोबार में शुभ लाभ प्राप्त करने के लिए सकट चौथ के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान कर लें। दो सुपारी और दो इलाइची गणेश जी के सामने रख दें। ऐसा करने से सफलता मिलेगी।