ज्योफ अलॉट 77 गेंदों पर शून्य रन बनाए थे। यह टेस्ट क्रिकेट इतिहास की सबसे धीमी पारी है। जिसमें बल्लेबाज ने 77 गेंदे खेलकर भी अपना खाता नहीं खोला था। साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के मैच का हाल था।
भारत के धुरंधर खिलाड़ियों में शुमार मंसूर अली खान पटौदी के नाम भी इंग्लैंड के खिलाफ सबसे धीमी पारी खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है। इस पारी में पटौदी ने 84 गेंदों में 5 रन बनाए थे।
इंग्लैंड के ऑलराउंडर गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड 2013 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए 77 गेंदों में मात्र 6 रन बनाए थे। 6 रनों की पारी में भी ब्रॉड ने 1 चौका मारा था।
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेमियन मार्टिन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ साल 1994 में 1 चौके की मदद से 59 गेंदों में 6 रन बनाए थे। यह पारी भी सबसे धीमी इनिंग में गिनी जाती है।
इंग्लैंड के बल्लेबाज ज्योफ मिलर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1979 में 101 गेंदों में 7 रन की पारी खेली थी। यह भी टेस्ट क्रिकेट की सबसे धीमी पारियों में गिनी जाती है।
राजेश चौहान ने 1994 में श्रीलंका के खिलाफ 1 चौके की मदद से 96 गेंदों में 9 रन बनाए थे। राजेश ने भारत के लिए 21 टेस्ट मैच खेले थे।
गोडफरे इवांस ने साल 1947 में इंग्लैंड के लिए खेलते हुए 96 गेंदों में 1 चौके की मदद से 10 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी यह सबसे धीमी पारी थी।
भारत के दिग्गज बल्लेबाजों में शामिल राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड की जमीन पर ओवल में 96 गेंदों पर 12 रनों की पारी खेली थी। द्रविड़ की ये पारी भी टेस्ट की सबसे धीमी पारियों में गिनी जाती है।