दुनियाभर में महिलाएं कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल करती है। आज हम आपको बताएंगे इसके इस्तेमाल से जुड़ी सच्चाई के बारे में।
कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स गर्भनिरोधक दवाइयों को कहा जाता है। कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स किसी भी महिला को गर्भवती से रोकने के लिए दी जाती है।
कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स एसटीआई को नहीं रोक सकता है। किसी भी प्रकार की कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स स्पर्श संपर्क को सीमित नहीं करती है।
कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स जाहिर तौर पर आपके पीरियड्स को प्रभावित तो करती ही है। रिसर्च में अब तक यह नहीं पाया गया हैं कि गर्भनिरोधक गोलियों से प्रजनन क्षमता पर प्रभाव पड़ता हैं।
ऐसा किसी रिसर्च में नहीं पाया गया हैं कि कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स के सेवन से कैंसर का खतरा होता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक किसी भी प्रकार की गोलियां कैंसर की बीमारी पर कोई प्रभाव नहीं डालती हैं।
सही तरीके से कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स लेने से कभी भी किसी बच्चे की विकास पर असर नहीं पड़ता है। अभी तक किसी शोध में भी यह सबूत नहीं पाए गए हैं कि कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स के सेवन से शिशुओं में परेशानी होती है।
गर्भनिरोधक दवाइयां जन्म नियंत्रण में 99% और असल में लगभग 93% प्रभानी होती है। इसकी वजह सफर या किसी अन्य वजहों से महिलाओं का इन्हें न लेना भी हैं।
कभी भी बिना गायनोलॉजिस्ट की सलाह के कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का सेवन नहीं करना चाहिए। बिना सलाह, ऐसा करना आपकी सेहत के लिए भी हानिकारक हो सकता हैं।