वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को वरुथिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस साल वरुथिनी एकादशी 4 मई को पड़ रही है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वरुथिनी एकादशी के दिन पर सृष्टि के रचयिता भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
शास्त्रों के अनुसार, अगर वरुथिनी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ ही विष्णु चालीसा का पाठ करें, तो मनोवांछित फल की प्राप्ति हो सकती है।
यदि आपके घर में अभी तक तुलसी का पौधा नहीं लगा हुआ है, तो वरुथिनी एकादशी के दिन घर में तुलसी का पौधा लगाएं। ऐसा करने से जीवन की समस्याएं दूर होती है।
अगर आप मानसिक परेशानी से जूझ रहे है, तो वरुथिनी एकादशी के दिन तुलसी की माला को पहनें। इस उपाय को करने से मानसिक शांति मिलती है।
वरुथिनी एकादशी के दिन तुलसी जल से पूरे घर में छिड़काव करें। ऐसा करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो सकती है।
लेख में दी गई सभी जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।
वरुथिनी एकादशी पर इन उपायों को करने फलदायी माना जाता है। धर्म और अध्यात्म की और खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ