सनातन धर्म में वास्तु दोष का विशेष महत्व है। आसान शब्दों में कहें तो वास्तु दोष, ज्योतिष का अहम हिस्सा है।
घर बनाने से लेकर गृह प्रेवश तक वास्तु दोष के नियमों का पालन किया जाता है। इससे घर में सुख और शांति बनी रहती है। जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
प्रतिदिन शाम में घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में दीप जलाकर आरती करें। दीप को उस दिशा में किसी जगह पर रख दें।
आर्थिक परेशानी के लिए घर के मुख्य द्वार पर रात में एक पात्र में नमक मिला पानी रख दें। अगली सुबह उसे किसी चौराहे पर फेंक दें। इससे वास्तु दोष और आर्थिक तंगी दूर होती है।
वास्तु दोष को दूर करने के लिए रोजाना सुबह में पानी में नमक मिलाकर घर में पोछा लगाएं। इससे घर की नकारात्मक उर्जा दूर होती है।
घर के वास्तु दोष दूर करने के लिए मुख्य द्वार पर सिंदूर और घी से स्वास्तिक जरूर बनाएं। घर मे स्वास्तिक चिन्ह बनाने से नेगेटिव एनर्जी दूर होती है।
आर्थिक और मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं, तो घर के दक्षिण पूर्व दिशा में मिट्टी के घड़े में पानी भरकर रख दें। इससे काफी लाभ होगा।