होली का त्योहार आने वाला है, इस साल 7 मार्च को होलिका दहन और 8 मार्च को होली खेली जाऐगी।
मान्यता है कि होलिका की आग बुराई को जलाने का प्रतीक है। इसकी कहानी विष्णु के भक्त प्रह्लाद, उसके राक्षस पिता हिरण्यकश्यप और उसकी बुआ होलिका से जुड़ी हुई है।
ज्योतिषविदों का कहना है कि होलिका दहन के दिन कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए। होलिका दहन पर किसी से भी उधारी नहीं लेनी चाहिए।
उन लोगों को होलिका दहन नहीं करना चाहिए जिसका सिर्फ एक पुत्र है। अगर एक पुत्र और एक पुत्री है तो दहन कर सकते हैं।
होलिका दहन के दिन कुछ चीजों का परहेज भी करना चाहिए। इस दिन सफेद चीजों का परहेज करना चाहिए।
होलिका दहन के दिन सफेद चीज, दूध, मिठाई इन चीजों को नहीं खाना चाहिए। सफेद चीजों से इस दिन नकारात्मक शक्तियां ज्यादा आकर्षित होती हैं।
होलिका दहन के दौरान जलने वाली लकड़ियों का भी ध्यान रखना चाहिए। कभी भी आम, वट, पीपल और सूखी लकड़ियों को नहीं जलाना चाहिए।
इस दिन भूल कर भी अपनी माता का अपमान नहीं करना चाहिए, इससे आपको भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।