वास्तु शास्त्र में घर में बने पूजा-घर को महत्वपूर्ण स्थान माना गया है। इसी स्थान पर सभी आध्यात्मिक कार्य किए जाते हैं, जिसके कारण घर व परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि पूजा घर में हर दिन दीपक प्रज्वलित करना चाहिए और बिना स्नान किए भगवान की मूर्ति को नहीं छूना चाहिए।
पूजा घर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। इसलिए सुबह की पूजा से पहले पूजा-स्थल को अच्छे से साफ कर लें और संध्या पूजा से पहले भी ऐसा करें।
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि घर के मंदिर में गणेश जी की प्रतिमा को स्थापित करते समय इस बात का ध्यान रखें कि वह नाचने वाली मुद्रा में ना हो।
पूजा घर में गणेश जी, माता लक्ष्मी, भगवान विष्णु, श्री राम और माता सीता, हनुमान जी और शिव परिवार की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।