किस आधार पर तय होता है व्यक्ति का नया जन्म?


By Sahil02, May 2024 07:15 PMnaidunia.com

व्यक्ति का नया जन्म

विष्णु पुराण में व्यक्ति के अगले जन्म को लेकर रोचक जानकारी दी गई है। इसमें एक कहानी के जरिए बताया गया है कि इंसान का अगला जन्म किस आधार पर तय होता है।

आत्मा का नहीं होता अंत

इंसान के शरीर का अंत जरूर हो जाता है, लेकिन आत्मा का अंत नहीं होता है। माना जाता है कि आत्मा की यात्रा किसी एक शरीर तक सीमित नहीं होती है। उसे कई शरीरों से गुजरना पड़ता है।

मोक्ष की कब होती है प्राप्ति?

विष्णु पुराण और गीता में बताया गया है कि मोक्ष की प्राप्ति किसी भी आत्मा को जब होती है, तब वह परमात्मा से मिल जाती है।

विष्णु पुराण की कहानी

आत्मा और उसके नए जीवन से जुड़ी कहानी विष्णु पुराण में बताई गई है। जड़भरत एक महान संत राजा थे। एक बार नदी में स्नान करते हुए उन्हें हिरणी का बच्चा मिला, जिसे वह अपने महल में ले आएं।

मृत्यु के समय भावना

राजा जड़भरत का मोह हिरण के प्रति लगातार बढ़ता रहा। मृत्यु के समय भी वह उसी हिरण के बारे में सोच रहे थे। इस वजह से उनका अगला जन्म पशु योनि में हुआ।

भगवान के नाम का जाप

गीता में इस वजह से कहा गया है कि मृत्यु के समय व्यक्ति को भगवान का जाप करना चाहिए, ताकि आत्मा का परमात्मा से मिलन हो जाएं।

परिवार के प्रति प्यार

अक्सर आपने भी लोगों को कहते हुए सुना होगा कि मौत के बाद कुछ लोग बच्चों के रूप में अपने ही परिवार में जन्म लेते हैं। ऐसा परिवार के प्रति उनके प्यार की वजह से होता है।

डिस्क्लेमर

यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यता पर आधारित है। इसके जरिए हमारी तरफ से किसी तरह का कोई दावा नहीं किया जा रहा है।

यहां हमने जाना कि व्यक्ति का नया जन्म किस आधार पर होता है। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ

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