महभारत और रामायण दोनों ही अद्भुत काव्य पाठ है। ये दोनों ही ग्रंथ सनातन धर्म के सबसे मजबूत स्तंभ हैं। आइए जानते है रामायण और महाभारत में पहले क्या हुआ था?
हिंदू धार्मिक ग्रंथों में रूचि रखने वाले ज्यादातर लोग इस बात से अवगत है कि रामायण और महाभारत दो अलग युग की कहानियां है। एक युग कई हजार सालों का होता है।
त्रेतायुग और द्वापर में रामायण और महाभारत की कहानियां अलग-अलग समय पर हुई थी। अक्सर लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि पहले राम आएं थे या कृष्ण।
सबसे पहले आप यह जान लें कि भगवान श्री कृष्ण और मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम दोनों ही भगवान विष्णु का अवतार थे। इन्होंने धरती पर पाप का विनाश करने के लिए मानव का रूप धारण किया था।
रामायण एक महाकाव्य है, जिसमें श्रीराम और अयोध्या समेत उनके पूरे जीवन का उल्लेख मिलता है। महर्षि वाल्मिकि ने श्रीमद रामायण लिखी थी।
महाभारत के रचियता महर्षि कृष्णद्वैपायन वेदव्यास ने किया है। इस ग्रंथ से ही गीता का ज्ञान और कुरुक्षेत्र के युद्द के बारे में पता चलता है। महाभारत में श्रीकृष्ण ने ही अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था।
श्रीमद रामायण त्रेतायुग की कहानी है, जबकि द्वापर युग में महाभारत हुआ था। युगों की गणना में सबसे पहले सतयुग, दूसरा त्रेता युग, तीसरा द्वापर और चौथा कलयुग है।
रामायण त्रेता युग की घटना है, वहीं महाभारत द्वापर युग में घटित हुआ था। ऐसे में रामायण सबसे पहले हुई थी, फिर महाभारत अगले युग में हुई थी। दोनों घटनाओं के बीच हजारों साल से ज्यादा का अंतर है।