हिंदू धर्म में रक्षाबंधन के त्योहार का विशेष महत्व है, जो भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक है। यह त्योहार हर साल श्रावण माह के पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। आइए जानते हैं कि भद्राकाल में राखी बांधने से क्या होता है-
हिंदू धर्म में भद्राकाल को अशुभ माना जाता है और इस दौरान भाई की कलाई पर राखी बांधने से रिश्ते में तनाव पैदा होता है और उनकी इच्छाएं अधूरी रह जाती हैं।
इस दिन भद्राकाल सुबह 06 बजकर 05 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। इस समय में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है।
अगर इस समय में कोई शुभ काम करते हैं, तो कार्यों में अनहोनी होने की संभावना होती है। वह काम शुभ नहीं माने जाते हैं।
हिंदू धर्म में मांगलिक कार्यों को करते समय भद्राकाल का विशेष ध्यान दिया जाता है। क्योंकि इस समय में किए गए कार्य को मांगलिक नहीं माना जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार रक्षाबंधन पर कई शुभ योग का बन रहे है। इस तिथि पर शुभ योग पूरे दिन रहेगा। इसके साथ ही, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग बन रहे हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:30 बजे के बाद से प्रारंभ हो जाएगा। इस समय में राखी बांधने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी और भाई-बहन के रिश्ते मजबूत होंगे।
इन वजह से भद्राकाल में राखी नहीं बांधनी चाहिए। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM