अक्सर लोगों के जूते-चप्पल मंदिर के बाहर से गायब हो जाते हैं,जिसके कारण वह काफी परेशान होते हैं। आइए जानते हैं कि मंदिर में चप्पल खो जाए तो क्या होता है-
अगर मंदिर के बाहर से चप्पल खो जाती है,तो इसे शुभ माना जाता है। इससे शनिदेव पैरों में वास करते हैं।
ऐसा माना जाता है कि जूते-चप्पल का संबंध शनि से है और इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं। अपनी कृपा बनाए रखते हैं।
मंदिर के बाहर से चप्पल खो जाती है या दान करते हैं, तो इससे जीवन की सारी मुसीबतें दूर होती है और सुख-शांति बनी रहती है।
अगर शनि कुंडली में अशुभ स्थिति में होते हैं, तो मंदिर से चप्पल खो जाने से वह शुभ स्थिति में आ जाते हैं और शुभ परिणाम भी देते हैं।
मंदिर का बाहर से चप्पल खो जाने से शनि की साढ़े साती का प्रभाव कम होता है और जीवन में आने वाले संकट कम होते हैं।
मंदिर के बाहर से चप्पल खो जाने से जीवन की सारी समस्या दूर होती है और इससे सफलता के मार्ग भी खुलते हैं।
मंदिर में चप्पल खो जाना शुभ माना जाता है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM