पेशाब करना जरूरी होता है, यूरिनेशन से शरीर की गंदगी बाहर निकलती हैं। लेकिन जरूरत से ज्यादा पेशाब करना किसी बीमारी का लक्षण भी हो सकता हैं।
ज्यादा पेशाब आने का मतलब हर बार अधिक पानी पीना ही नहीं होता बल्कि इसके कई कारण हो सकते हैं।
डायबिटीज टाइप 1 और टाइप 2 की स्थिति में आपके बॉडी का एक्स्ट्रा ग्लूकोज टॉयलेट के रास्ते बाहर निकलता हैं। जिसके चलते लोगों को बार-बार पेशाब लगती हैं।
बार- बार पेशाब लगने की वजह दवाओं का साइड इफेक्ट भी हो सकता हैं।
बार बार पेशाब आए तो उसे नजरअंदाज न करें, यह किडनी की बीमारी से जुड़े संकेत हो सकते हैं।
कुछ खाने-पीने के बाद पेशाब आना या बार-बार पेशाब आना इस बात का संकेत किडनी से जुड़ी बीमारी का लक्षण होता हैं। पेशाब के साथ बुखार, पेट दर्द या परेशानी यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का संकेत हो सकता हैं।
हाइपरलकसीमिया के लक्षण में पेट दर्द, भ्रम, थकान, मतली, बढ़ी हुई प्यास के चलते पेशाब, हड्डियों में दर्द और मांसपेशियों में कमजोरी शामिल हैं।
बढ़ा हुआ प्रोस्टेट शरीर से यूरिन बाहर निकालने वाली नली को दबा सकते हैं, जिससे मूत्र का प्रवाह रुक सकता हैं और मूत्राशय की दीवार खराब हो जाती हैं। और इन चीजों के चलते बार-बार पेशाब आता हैं।