सतयुग,त्रेतायुग, द्वापरयुग, कलयुग यह कुल 4 युग है। आज हम जानेंगे कि कलयुग में सबसे बड़ा पाप किसे माना गया हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कलयुग चौथा युग है। इससे पहले सतयुग,त्रेतायुग, द्वापरयुग लग चुके है। हर युग के मुकाबले इस युग में पाप अलग प्रकार के होते हैं।
लोगों से जानें अनजाने में कुछ ऐसी गलतियां भी हो जाती है, जो पाप के दायरे में आती है। लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अनजाने में की गई गलतियों की फिर भी माफी मिल सकती हैं।
अनजाने में की गई गलतियां की माफी होती है। लेकिन जान बूझकर की गई गलती या फिर गुनाह के लिए पश्चाताप और सजा का प्रावधान भी होता हैं।
कलयुग का सबसे बड़ा पाप जीव हत्या माना गया है। इसके अलावा अहंकार या अपने आप को ऊँचा दिखाने की इच्छा भी सबसे बड़ा पाप होता है।
अगर आप अपने कार्यों से प्रकृति को नुकसान पहुंचाते हैं या अनावश्यक पेड़ों को काटते हैं तो यह भी बड़ा पाप माना गया हैं।
अत्याचार गीता के अनुसार, अगर कोई मजबूत व्यक्ति अपने से निर्बल व्यक्ति पर अत्याचार करता है या सताता हैं तो इसे भी सबसे बड़े पापों में गिना जाएगा।
किसी गर्भवती महिला के साथ दुर्व्यवहार, मारपीट या अपमान भी पाप की श्रेणी में आता है। इसके अलावा स्त्रियों का बेवजह अपमान करना भी पाप माना जाता हैं।