हिंदू धर्म में करवा चौथ का विशेष महत्व है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि करवा चौथ में सरगी का क्या महत्व है-
सरगी करवा चौथ व्रत की शुरुआत है, जिसे महिला खाने के बाद पूरे दिन व्रत रखती है। यह भी एक अहम हिस्सा है।
सरगी सास द्वारा बहु को दी जाती है, जो पारिवारिक संबंधों और प्रेम का प्रतीक है। यह सास-बहू के बीच के रिश्ते को मजबूत करता है।
सरगी खाने से महिलाएं व्रत के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होती हैं। यह उन्हें पूरे दिन उपवास रखने में मदद करता है।
सरगी के साथ बहु को आशीर्वाद और शुभकामनाएं मिलती है,जिससे पति की लंबी उम्र और उसका वैवाहिक खुशहाल रहें।
सरगी में पौष्टिक आहार होते हैं, जो महिलाओं को व्रत के दौरान ऊर्जा और शक्ति प्रदान करता है।
सरगी की परंपरा ज्यादातर पंजाबी लोग अपनाते हैं, लेकिन अब धीरे-धीरे दूसरे लोग भी अपना रहे हैं।
यह करवा चौथ में सरगी का महत्व है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM