हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण से संबंधित कई ऐसे नियम बताए गए है,जिसका ध्यान रखने से सूर्य ग्रहण से मिलने वाले बुरे प्रभाव से बच सकते हैं। आइए जानते हैं कि गर्भवती को सूतक काल में क्या करना चाहिए-
सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को ध्यान करना चाहिए। ऐसा करने से मन शांत होता है और तनाव भी दूर होता है।
कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को अपने इष्टदेव को याद करना चाहिए। ऐसा करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है ।
माना जाता है कि सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती स्त्रियों को भगवान विष्णु और भगवान शिव के मंत्रों का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती स्त्रियों को बाहर नहीं निकलना चाहिए और धार वाली वस्तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के शुरू होने से पहले और खत्म होने के बाद स्नान करना चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मक प्रभाव से बचा जा सकता है।
लेख में दी गई सभी जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।
गर्भवती को सूतक काल में ये काम नहीं करना चाहिए। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM