करवा चौथ व्रत रखने से पहले महिलाएं अपने व्रत को शुरू करने से पहले सरगी खाती है, जो सास द्वारा बहु को दिया जाता है। आइए जानते हैं कि सरगी कितने बजे खाई जाती है-
करवा चौथ पर सरगी सूर्योदय से दो घंटे पहले यानी सुबह 5 बजे से पहले खानी चाहिए। सरगी खाने से पहले महिलाएं स्नान करती है।
करवा चौथ पर सरगी सास के द्वारा बहु को दी जाती है, जिससे दोनों के बीच में आपसी प्रेम बना रहता है।
सरगी के बाद सुहागिन महिलाएं अपने पति के लिए निर्जला व्रत रखती है, जिससे वैवाहिक जीवन में प्रेम बना रहता है।
इसमें मिठाई,फल,मेवे और खीर आदि चीजें शामिल होती है। इसमें पौष्टिक चीजें ही होती है जो व्रत रखने में मदद करती है।
सरगी सास का बहू को देने के लिए एक आशीर्वाद का रूप माना जाता है और इससे पारिवारिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है।
हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है।
सरगी सूर्योदय से पहले खाई जाती है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM