सोमवती अमावस्या के दिन पितरों की आत्मा के शांति और दोष मुक्त होने के लिए इन चीजों का पाठ करना शुभ हो सकता है। साथ ही, इससे आपके जीवन में सकरात्मक्ता आ सकती है।
मान्यताओं के अनुसार सपने में पितरों को रोते हुए देखना या अशांति के संकेत मिलना पितृ दोष कहलाता है।
इस दिन पितृ सूक्त का पाठ करना शुभ माना जाता है, इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलने के साथ यह प्रसन्न भी हो सकते हैं।
माना जाता है कि सोमवती अमावस्या के दिन श्रीमद् भागवत गीता के अध्याय 7 का पाठ करने से पितृ दोष को शांत कर सकते हैं। साथ ही, इससे पितरों दोष से मुक्ति भी मिलती है।
पितृ दोष से मुक्ति के लिए इस दिन पितृ चालीसा का पाठ करना शुभ हो सकता है, इससे पितृ शांति के साथ आपके जीवन में सुख-समृद्धि भी बढ़ सकती है।
इस दिन काले तिल, दूध और जल के साथ पितरों को तर्पण करना शुभ होता है। ऐसा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है।
पितरों के आत्मा की शांति के लिए जरूरतमंदों को भोजन कराएं। ऐसा करने से आपके जीवन में पितृ दोष कम हो सकता है।
माना जाता है कि सोमवती अमावस्या के दिन नदी, तालाब या किसी पवित्र स्थान पर दीपदान करना शुभ होता है। ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिल सकती है।
सोमवती अमावस्या के दिन ये काम करने से पितृ दोष कम हो सकता है। यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए दी गई है, ऐसी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें। naidunia.com