शनि के भ्रमण के दौरान किसी राशि पर पड़ने वाले विशेष प्रभाव को शनि की साढ़ेसाती कहा जाता है। शनि की साढ़ेसाती के दौरान व्यक्ति को कुछ कार्य करने चाहिए और कुछ बिल्कुल भी नहीं।
शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से खुद का बचाव करने के लिए हनुमान जी की पूजा करें। माना जाता है कि इससे बजरंगबली कृपा बरसाते हैं।
शनि की साढ़ेसाती के नकारात्मक प्रभाव से खुद का बचाव करने के लिए शनिवार के दिन शनिदेव की आराधना जरूर करें।
शनि की साढ़ेसाती से अपना बचाव करना चाहते हैं तो सरसों के तेल और काले तिलों का दान करें। ऐसा करने से दोष का प्रभाव कम होता है।
शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव को कम करना चाहते हैं तो शनिवार का व्रत रखें। माना जाता है कि इस दिन व्रत करने वाले व्यक्ति को दोष से छुटकारा मिल जाता है।
शनि की साढ़ेसाती के दौरान भूलकर भी क्रोध और अहंकार नहीं करना चाहिए। इससे व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
शनि की साढ़ेसाती से अपना बचाव करना चाहते हैं तो झूठ और छल-कपट करना बंद कर दें। माना जाता है कि ऐसा न करने वालों से शनिदेव नाराज रहते हैं।
शनि की साढ़ेसाती के दौरान बुजुर्गों का अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा करेंगे तो शनिदेव की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।
यहां हमने जाना कि शनि की साढ़ेसाती के दौरान क्या नहीं करना चाहिए। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ Image Source: Freepik, Jagran, Canva