हिंदू धर्म में धनतेरस का विशेष महत्व है और इस दिन पहला दीपक जलता है, जिसे यम दीप कहा जाता है। आइए जानते हैं कि धनतेरस के बाद यम दीप का क्या करें-
धनतेरस के बाद यम दीप को घर से बाहर दक्षिण दिशा की ओर रखें। इससे अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
यम दीप में सरसों के तेल का प्रयोग करना चाहिए और यह दीपक चौमुखी होना चाहिए। इसे आटे से बनाना चाहिए।
यम दीपक को जलाने से घर में सुख-शांति आती है और इससे पितरों का आर्शीर्वाद भी प्राप्त होता है।
इस दीपक को जलाने से पितरों को स्वर्ग लोक में प्रकाश मिलता है और इससे उनकी कृपा भी प्राप्त होती है।
इस दीपक को सूर्यास्त के बाद जलाना चाहिए, क्योंकि पितरों को लोक की यात्रा इसी प्रकाश के माध्यम से करते हैं।
ऐसा माना जाता है कि यम देव को इस दिन दीपदान करने से वह प्रसन्न होते हैं और इसे दीप को धनतेरस के दिन जलाना चाहिए।
यह दीप यमराज को समर्पित है और इस दीपक को जलाने से घर में किसी परिवार की अकाल मृत्यु नहीं होती है।
धनतेरस के बाद यम दीप को घर के बाहर रखें। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM